Thursday, March 22, 2018

What is Issue of Cambridge Analytica and Facebook Nexus.

Introduction:

अभी हम संचार के सबसे क्रांतिकारी युग में जी रहे हे जहाँ डाटा को गोल्ड करेंसी कहा जाता है। हमें तनिक भी समय नहीं लगता कि किसी को मैसेज भेजने या प्राप्त  करने में ।
आज समय ऐसा आ गया है कि डिजिटल डाटा से कंपनी ट्रिलियन डॉलर की कंपनी बनने वाली हैं।
हम सोशल मीडिया के युग में जी रहे है जहाँ हम अपनी सारी डिटेल्स क्या खाया, क्या पिया, क्या देखा, क्या खरीदी वो सब सब चीज़ हम सोशल मीडिया पे शेयर करते है
इसी डाटा के through सोशलमीडिया कंपनी अब डेमोक्रेसी को भी हानि पंहुचा रही है

Issue:-

Cambridge Analytica एक ब्रिटिश डाटा फार्म कंपनी है जिसके मालिक रोबर्ट मर्सर जो Hedge Fund Manager और Republican पार्टी की डोनर भी है

इस कपनी पर दो इल्ज़ाम ये है कि 2016 में जो अमेरिका में इलेक्शन हुआ था इसमें वहाँ के नागरिक को Donald Trump को वोट देने के लिये  इंफ्लून्से किये थे
2.हाल ही में ब्रिटेन में जो रेफरेंडम हुई थी उसमें Leave साइड से हेल्पिंग कर रहे थे


Organisation ने क्या किया:

Cambridge Analytica  Company के Employee Christopher Wylie जो डाटा एनालिटिक्स Expert थे वो Whistle blower  बनके ये मीडिया को बताया कि ये कंपनी  5 करोड़ से ज्यादा लोग की डाटा फेसबुक चोरी करके Trump को वोट देने के लिये Influence किया

2014 में डॉ Aleksandr Kogan a Phychology Professor at Cambridge University को कंपनी के तरफ से $800,000 दिया गया  जो एक ऐसे एप्लीकेशन #Thisisyourdigitallife बनाये जो फेसबुक के डाटा चोरी कर सके जिस App को 270,000  बार डाउनलोड किया गया और वो App लोगो से बिना परमिशन लिये हुई पुरे डाटा निकाल ली जो 5 करोड़ से ज्यादा  चोरी की उस App से

उसके  बाद Kogan ने पूरे डाटा को Cambridge Analytica  Company को दे दिया

जब App Download हो गया तो Kogan  ने यूजर से कहा  कि आप अपने दोस्त और दोस्त के दोस्त से एक सर्वे कर लो  जिसमे आप अपनी पर्सनल डिटेल्स दो उसके बदले आपको कुछ पैसा मिलेंगे
उसके बाद कोगन ने पूरा डाटा को Compile  करके २५०,००० से ज्याद प्रोफाइल को उनके इंटरेस्ट के हिसाब से प्रोफाइल  बना के कंपनी को दे दिया और यही डाटा2016 में अमेरिका जनता के वही पॉलिट्किएल एड्स  दिखायी गयी की जो उन्हें पसंद हो..टट्रम्प के रैली कहां करेंगे उनके रैली में  कितने लोग हैं,उन् रैली में लोग को क्या चाहिये उस हिसाब से अमेरिका जनता की  ट्रम्प को वोट देने के लिये इन्फ्लूंस किया

अब  सोशल मीडिया के इस युग में अब देश की एलेक्ट्रॉल प्रोसेस में भी दखल दे रही ह जो आगे चलके ये जिस देश में डेमोक्रेसी है उस देश की डेमोक्रेसी पूरी तरह से खतरे में पर जाएगी


India का Stand:

कल भारत सरकार के मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने बहुत कुछ कही ANI न्यूज़ के थ्रू जो में आपको Below  पोस्ट कर रहा हुआ और इंडिया kitna  सचेत है डाटा theft  के लिये और Electroal Process  को इन्फ्लुएंस करने के लिये





Wednesday, March 21, 2018

NITI Aayog Started SATH-E

Introduction:-

भारत  सरकार के निति आयोग (थिंक टैंक ) के द्वारा एक राष्ट्रीय कार्यक्रम  "Sustainable Action for Transforming Human Capital in Education (SATH-E)" प्रोजेक्ट  शुरू की  गयी हैं  
Shri Amitabh Kant (CEO, NITI Aayog ) और Chief Secretaries of the States of Jharkhand, Madhya Pradesh and Odisha के साथ मिलकर आगे के लिये roadmap भी released की गयी हैं।


Objective:-

इस SATH-E project का सबसे बड़ा लक्ष्य ये रखा गया गया है कि सारे सरकारी स्कूल शिक्षा तंत्र को Responsive , Aspiration and Transformational बनाना हैं।

2. लक्ष्य यह रखा गया हैं कि स्कूल के बच्चे को वोकेशन ट्रेनिंग, स्किल ट्रैनिंग भी दी जायेगी 

3. इस प्रोजेक्ट का लाने का मकसद यह है कि लर्निंग आउटकम को उत्कृष्ट और रोले मॉडल बने सभी राज्य में 

4. ये पूरी Project में State Gov को ड्राइवर सीट पे बिठायी गयी है 

Main Points:-

1. रोड़ मैप्स 2018 तो 2020 तक राखी गयी  है 

2.लक्ष्य ये है कि हर स्टेट से एक रोले मॉडल बने स्कूल 

3. ये रोड मैप अपने आप में First-of-its-kind, Customized, Action-Oriented Programmes, Outlining Interventions at Individual, District and State level का प्रमुख कार्यक्रम हैं 

4. ये jointly prepared by NITI Aayog, three participating states and knowledge partners of SATH Initiatives, Boston Consulting Group (BCG) and Piramal Foundation For Education Leadership (PFEL) के द्वारा की गयी हैं 


NITI Aayog:

भारत  सरकार के निति आयोग ‘Think Tank’ हैं जो भारत सरकार को directional and policy inputs प्रोवाइड करती हैं 

Tuesday, March 20, 2018

Why Hate Speech is in news

News:

भारत सरकार के गृह मंत्रालय (Home Ministry) ने Law Commission को पत्र लिखी है कि एक Law बनाया जो ऑनलाइन हेट स्पीच पे रोक लगाया जा सके ।

इस provision में ये Law बनाया जायेगी की कैसे Offensive Message और Online Messaging पे रोक कैसे लगाया जाये।

Why this move?

1. जब Section 66A of the information technology act 2000 को सुप्रीम कोर्ट ने 
2015 में रोक लगा दी थी तब भारत सरकार ने Former Lok Sabha Secretary General  TK Viswanathan के Under Committee बनायीं गयी थी जो Recommendation देगी की कैसे ऑनलाइन हेट स्पीच को रोका जाये ।

2. और संचार सेवाओं के माध्यम से Offensive Message भेजने के लिए दंड प्रदान किया जायेगा 

3.देश के Law Commission  की 267 वीं रिपोर्ट ने भारतीय दंड संहिता (IPC) के धारा 153 505 में अतिरिक्त प्रावधानों को सम्मिलित करने की सिफारिश की गयी थी ।

Proposed Amendment: 

1. प्रस्तावित 153 c (b ) IPC- अगर आप नफरत फैलते पाएंगे तो साल की कारावास और ₹ 5,000 के जुर्माना या दोनों को दंडित किया जायेगा ।

2. प्रस्तावित संशोधन धारा 153 C IPC - मानवीय गरिमा को बढ़ावा देने या प्रतिकूल कृत्यों का प्रचार करने का प्रयास करने पर पांच साल तक दंडनीय होगा या फाइन या दोनों लग सकती है ।

3.धारा 509 एक IPC - एक विशेष दौड़ के सदस्य का अपमान करने के लिए शब्द, इशारा करने पर ३ साल की सजा या फाइन या दोनों लग सकती है ।


Bezbaruah Committee 

1. केंद्र सरकार ने 2 Feb 2014  में Bezbaruah Committee बनायी थी जो पूर्वोत्तर से संबंधित लोगों पर नस्लीय हमलों की एक श्रृंखला के मद्देनजर थी ।

2. उस समिति ने भी बहुत ही सख्त Anti-racial Discrimination provision  की थी ।

3.  Only  4 स्टैस मणिपुर ,मेघालय, मिजोरम, उत्तर प्रदेश और तीन UT स्टैस अंडमान एंड निकोबार ,दादरा नगर हवेली एंड लक्षदीप जो केंद्र की Proposal accept की थी ।

Diu becomes first UT to run 100% on solar power

Introduction:

मोदी सरकार का  चार साल का सबसे बड़ी उपलब्धि यह है की Diu देश का पहले केंद्रशासित प्रदेश बन गया है जो पूरी तरह से सोलर पावर पे चलेंगी Diu पूरी 13MW बिजली पैदा  करेगी जिसमे 3 MW  rooftop solar plants से प्रोडूस की जाएगी और 10 MW किसी और सोलर पावर प्लांट्स से ये UT स्टेट दूसरे राज्य के लिये मॉडल स्टेट हो सकती है सिर्फ ३ साल में  पूरी तरह से सोलर पे आश्रित हो गयी है 

Facts:

पहले Diu पूरी तरह से बिजली के लिये गुजरात राज्य पे आश्रित रहा करती थी और गर्मी के समय में बिजली की मांग बहुत ज्यादा रहती थी करीब 7 MW लेकिन अब ये Serplus स्टेट हो गयी जो Per Day 10.5 MW से ज्यादा बिजली प्रोडूस कर रही है अब लोकल लोगो बिजली की बिल में 12 परसेंट की कमी हुई है और इलेक्ट्रिसिटी लॉस में कमी आयी है 

UT state:

Diu की जनसख्याँ 56,000 और सिर्फ 42 किलोमीटर में बसा हुआ हैं जमीन की दिक्कत ,रिसोर्स की कमी के बाबजूद इतनी काम समय में पूरी तरह से सोलर पैनल पे Depend हो के दूसरे राज्य  भी सिख सकते है कि Difficulty  के बाबजूद आप अपने राज्य को आगे बढ़ा सकते है 

Conclusion:

1. Gov को एक नयी नीति लानी पे काम करनी चाहिये की रूफ टॉप सोलर पैनल के दाम में कमी आये जिससे देश के आम लोगो को भी Electricity बिल में कमी आये 

२. सरकार को जो इलेक्ट्रीसिटी लोस्स होती है उसमे कमी आएगी और उनका 2022 का सोलर बिजली का टारगेट है वो भी जल्दी साकार होगी 

३. अभी भी 3000 ग्राम ऐसे है जहा बिजली नहीं पहुंची है वह आप सोलर पैनल से बिजली  पंहुचा सकते है 


Why Lingayat is in news?

Introduction:

आज कर्नाटक की सर्कार ने अपने कैबिनेट में ये फैसला किया कि  लिंगायत समुदाय को हिन्दू धर्म से अलग धर्म का दर्जा दिया जायेगा

Question: कौन है लिंगायत और  कर्नाटक की राजनीति में क्या importance है 

लिंगायत समाज कर्नाटक प्रदेश में १८ परसेंट है जो सीधे रूप से १०० सीट पे अपना दमखम रखते हैं और यह मांगे बहुत समय से चली आ रही थी जैसे की कुछ महीने में चुनाव होने है तो प्रदेश की सर्कार ने पोलिटिकल एडवांटेज के लिये यह बड़ा फैसला लिया हैं 

प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी इसके पक्ष में हिंदू धर्म से अलग करने की मांग का विरोध हमेशा से करती आ रही थी और हिंदू धर्म से अलग करने की मांग का विरोध करती रही है। इससे यह माना जा रहा हैकि आगमी कर्नाटक के विधानसभा चुनावों में भाजपा का वोट बैंक सत्ताधारी दल की तरफ खिसकेगा। इसलिए कर्नाटक सरकार के इस फैसले को राजनीति से प्रेरित ही कहा जाएगा।

History of  Lingayat:

कहा जाता है कि 12वीं सदी में समाज सुधारक बसवन्ना ने हिंदुओं में जाति व्यवस्था की कुरीतियों के खिलाफ आंदोलन छेड़ा था। और उनके राह और माने वाले लोग ही लिंगायत कहे जाते हैं। जैसा की बहुत जगह ये कही  जाती है की लिंगायत और वीरशैव एक ही हैं। वहीं लिंगायतों का मनना है कि वीरशैव का अस्तित्व बसवन्ना से भी पहले था। वीरशैव भगवान शिव की पूजा करते हैं। लिंगायत शिव की पूजा नहीं करते बल्कि अपने शरीर पर इष्टलिंग धारण करते हैं। लिंगायत मूर्तिपूजा के ख़िलाफ़ हैं। यहाँ तक कि दफनाने के शवाधान प्रणाली प्रचलन में हैं।

Demand:

लिंगायत समुदाय वर्षों से हिंदू धर्म से अलग होने की मांग करता रहा है। समुदाय की मांगों पर विचार के लिए कर्नाटक सरकार ने नागमोहन दास समिति गठित की गई थी। समिति ने लिंगायत को अलग धर्म का दर्जा देने की बात कही हैं। राज्य कैबिनेट ने समिति की सिफारिशों को स्वीकार कर लिया है। कर्नाटक ने इस प्रस्ताव को अंतिम स्वीकृति के लिए केंद्र के पास भेजा है।अलग धर्म का दर्जा देने का अंतिम अधिकार केंद्र सरकार के पास है। राज्य सरकारें इसको लेकर सिर्फ अनुशंसा ही कर सकती हैं।


केंद्र के पास अंतिम अधिकार: 

अलग धर्म का दर्जा देने का अंतिम अधिकार केंद्र सरकार के पास है। राज्य सरकारें इसको लेकर सिर्फ अनुशंसा कर सकती हैं। लिंगायत को अलग धर्म का दर्जा मिलने पर समुदाय को मौलिक अधिकारों (अनुच्छेद 25-28) के तहत अल्पसंख्यक का दर्जा भी मिल सकता है। 
- इसके बाद लिंगायत समुदाय अपना शिक्षण संस्थान भी खोल सकता है। फिलहाल मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध, पारसी और जैन को अल्पसंख्यक का दर्जा हासिल है।

Conclusion:

वोट बैंक की राजनीति, सत्ता लोलुपता के चलते समाज को बांटने का यह राजनीतिक भावी समाज के लिए अत्यंत घातक सिद्ध होने वाला हैं। गेंद संघ सरकार के पाले में, जरूरत है एक प्रभावी निर्णय की जो किंचित मात्र भी राजनीति से प्रेरित न हो।

Monday, March 19, 2018

अब आपके गांव के मुखिया नहीं कर सकेंगे भ्रस्टाचार

Introduction:


भारत सरकार के  Ministry of Panchayati Raj, Government of India के द्वारा http://www.planningonline.gov.in website लांच किया गया गया है 
जिसके माध्यम से आप अपने ग्राम के Zila Parishad ,Gram Panchayat, Panchayat  Smiti के पुरे विकाश कार्यकम देख सकते है की सरकार निर्माण कार्यों के लिए कितना पैसा दिया है, डाटा पूरी तरह से authentic हैं 

LINK:



http://www.planningonline.gov.in/ReportData.do?ReportMethod=getAnnualPlanReport

How to Works:

Step 1. 
सबसे पहले आप  ऊपर दी गयी link 
पे 

क्लिक करे और सेलेक्ट थीम चुने १. Blue 2.Green 





2. Step 
२. आप अपनी पसंद के भाषा चुन सकते है १. Hindi  2.English 3.Punjabi


Step 3.आप अपने गृह स्टेट चुन सकते है  जहा से आपका सबंध हैं 

Step 4.

 इसके बाद आप अपना योजना वर्ष और अपने राज्य  का नाम चुन कर GET REPORT पा सकते है आपको क्या देखना है Zila Parishad ,Gram Panchayat, Panchayat  Smiti सबके डाटा आप पा सकते है 



Step 5. फिर  ये पूछा जायेगा की आप किस जिला पंचायत में रहते है, आप अपने जिले का नाम सेलेक्ट कर लेंगे

Step 6. जिला पंचायत सेलेक्ट करने के बाद आप अपने जनपद पंचायत  या ब्लॉक का नाम सेलेक्ट कर लेंगे,


Step 7. 
पंचायत के बाद आप से ग्राम PANCHYAT का नाम पुछा  जायेगा , उसके बाद आप GET REPORT पर क्लिक कर लेंगे, 




Conclusion:

1 अगर आप देश के जागरूक जनता है तो आपको देखना चाहिये की सरकार आपके ग्राम के लिये कितना खर्च कर रही है 
2. आप इससे हो रही गड़बड़ी को भी उजागर कर सकते है और सही जगह पे अआप  भेज सकते है 
३. इस Transparency और Corruption कम होगी 
4. अब आपके  घर बैठे डाटा मालूम रहेगी की मुखिया ,सरपंच और वार्ड मेंबर क्या कर रही आपके ग्राम के लिये 
5. अगर आप ग्राम  के चाय ढाबे पे या ग्राम  में  १० पेशेंट लोगो को बोलेगे तो जरूर आपके सेवक जिम्मेदार बनेगे और करप्शन कम होगी 




Sunday, March 18, 2018

LaQshya program by Modi Sarkar

भारत सरकार  के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने श्रम कक्ष और मातृत्व ऑपरेशन थियेटर (ओटी) में देखभाल की गुणवत्ता में सुधार लाने के उद्देश्य से कार्यक्रम 'LaQshya' के शुभारंभ की घोषणा की है। इस कार्यक्रम के तहत श्रमिक कक्ष, मातृत्व ऑपरेशन थियेटर और प्रसूति संबंधी गहन देखभाल इकाइयों (आईसीयू) और उच्च निर्भरता इकाइयों (एचडीयू) में गर्भवती महिलाओं के लिए देखभाल की गुणवत्ता में सुधार किया जायेगा

इस कार्यक्रम को भारत सरकार सभी मेडिकल कॉलेज अस्पताल, जिला अस्पताल और प्रथम रेफरल यूनिट (एफआरयू), और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में लागू किया जायेगा और हर गर्भवती महिला को लाभान्वित किया जाएगा और सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थानों में नए बच्चे के  जन्म लेने पर इस कार्यक्रम के तहत लाभ दिया जायेगा

इस कार्यक्रम के तहत भारत सरकार  का उद्देश्य है की मातृ एवं नवजात शिशुओं और मृत्यु दर को कम करेगी, डिलीवरी के दौरान देखभाल की गुणवत्ता में सुधार करेगी और लाभार्थियों की संतुष्टि में वृद्धि और सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं में भाग लेने वाली सभी गर्भवती महिलाओं को सम्मानित मातृत्व देखभाल (आरएमसी) प्रदान करेगी।

इस कार्यक्रम को लागु करने के लिये १८ मंथ्स  की समय रखी गयी है और इस १८ मंथ्स  में बहु-आयामी रणनीति अपनाई गई है जैसे बुनियादी ढांचे के उन्नयन में सुधार, आवश्यक उपकरण की उपलब्धता सुनिश्चित करने, पर्याप्त मानव संसाधन उपलब्ध कराने, स्वास्थ्य देखभाल श्रमिकों की क्षमता निर्माण और श्रमिक कक्ष में गुणवत्ता प्रक्रिया में सुधार का लक्ष्य रखा गया है

शिशु-जन्म के आसपास की देखभाल की गुणवत्ता में एक परिवर्तनकारी सुधार- अंतर्निहित और तत्काल प्रसूति देखभाल से संबंधित मातृत्व और नए जन्म के परिणामों में नाटकीय रूप से सुधार होगा।

Monday, March 5, 2018

बौद्ध वास्तुकला

बौद्ध वास्तुकला भारतीय कला के एक अद्भुत बिरासत है जिसके अंतर्गत गुफा, चैत्य ,स्तूप,विहार वास्तुकला आते हैं जो पहले के प्रारम्भिक गुफा वास्तुकला का एक उदाहरन हैं
बिहार के लोमस ऋषि गुफा भी बस्तुकला  अंतर्गत आते है जो काफी प्रसिद्ध हैं और बराबर पहाड़ी के अंदर आते  हैं
सम्राट अशोक ने बिहार के बराबर पहाड़ी के अंदर चार गुफा बनायी जिसमे लोमस ऋषि गुफा,सुदामा ऋषि गुफा , करनचौपोर गुफा और विश्व गुफा भी है
चैत्य एक  प्रार्थना हॉल या सभा सथल हैं और बोध धरम में स्तूप समाधी सथल होती है पबित्र लोगो की अस्थिया राखी जाती है 
भाज की गुफा में चैत्य का बिबरन है
हर्मिका , मेघी और वेदिका आदि स्तूप कला से हैं
अभी सारनाथ की एक्साम वैदिकम तक्षिला की वेदिका के साथ कोनकमण वेदिका  स्तूपा और साँची स्तूप भी मह्त्वपूर्ण हैं
संगु शासक ने भरहुत ,साँची और बोध्य गया स्तूप भी बनाया जो ब्रह्मण के हितकारी था संगु शासक 

Ayushman Bharat Scheme

Introduction भारत सरकार के हर साल की budjet की तरह 2018 के budjet में 10 करोड़ से ज्यादा हमारे  देश की सबसे निचली पायदान पे खड़े लोग की कम...