Thursday, April 19, 2018

Ayushman Bharat Scheme

Introduction


भारत सरकार के हर साल की budjet की तरह 2018 के budjet में 10 करोड़ से ज्यादा हमारे  देश की सबसे निचली पायदान पे खड़े लोग की कम्पलीट हेल्थ केयर की घोषणा की थी जो पूरे देश में इस तरह की योजना किसी भी सरकार का अभी तक नहीं हो पाया है
आप इसे Modi Care भी कह सकते हो और यह आगे चलकर मोदी सरकार की तरफ से mass मूवमेंट की  तरह चलायी जायेगी ।

Focal point : 


1. इस योजना की खास बात ये है कि Hospitalization कवर की जायेगी 10 करोड़ लोग की जो वीकर सेक्शन और सबसे vulnerable सेक्शन के लोग है फाइनेंस मिनिस्टर अपने budjet भाषण में कहा था कि ये परियोजना में हेल्थ केयर पूरी तरह से Complete package है जिसमे Preventive, Promotive और साथ ही साथ Carative भी शामिल है जिससे पुरे देश की हेल्थ सेक्टर की स्थिति में मूलभूत परिवर्तन आएगी।

2. इस Modi Care योजना में 1 लाख 30 हज़ार हेल्थ सेण्टर को वैलनेस सेक्टर में बदला जायेगा। देश की जो हेल्थ सेक्टर की जो सिचुएशन है उसमे जरूर परिवर्तन  आएगी और देश निरोग की तरफ आगे बढ़ेगा।


3.इस  योजना को दुर्गम जिला और इलाक़ो में भी लागू की जायेगी जिसमे  सेण्टर और राज्य के बीच 90:10 के अनुपात में हिस्सा होगा तो दूसरे राज्यों में ये अनुपात 60:40 का होगा.

4. देश  की सभी राज्यो के साथ  Agreement करने के बाद टेंडर जारी होगी और मई के अंत तक ये टेंडर खत्म होने का अनुमान है।

5. आईटी सेक्टर की जो उपयोग है उसमें पूरी तरह से ठीक किया जा रहा हैं ताकि आगे जाके कोई दिक्कत ना हो

6. आईटी सेक्टर की उपयोग इसलिये की जा रही है कि ये पूरी योजना पेपरलेस और कैशलेस होगी जो अपने आप में अद्भुत होगी।

7. Budjet जो अभी रखी गयी है वो अभी के लिये काफी है और आगे जरूरत पड़ेगी तो भारत सरकार के तरफ से पूरी की जायेगी

8. अभी डाटा वेलिडेशन की काम चल रही है जो अभी इसमें समय लगेगा।

Implementation:


1. पंचायत स्तर पर जाके लोगो की पहचान होगी जिन्हें ये योजना की सख्त जरुरत है ।

2.  देश के जितने हेल्थ अधिकारी ,आँगनबड़ी कर्मचारी पंचायत में जाके वहाँ के पंचायत सदस्य के साथ मिलकर

लोगों की पहचान करेगे और इन् लोगो के साथ सोशियो इकोनॉमिक कास्ट सेंसस के डाटा पर आधारित है. इसमें लोगों की पहचान करने के लिए 7 पैरामिटर हैं. इसके मुताबिक वंचित लोगों की संख्या लगभग 50 करोड़ है.।

3. अभी हाल ही में मोदी जी ने छतीसगढ़ में आयुष्मान भारत की वैलनेस सेण्टर की स्थापना की हैं जो आगे चलकर करीब डेढ़ लाख wellness सेण्टर की स्थापना की जायेगी ।

Thursday, April 12, 2018

IRNSS satellites successfully launched by ISRO

Introduction:


Aaj Isro ki taraf se IRNSS-11 launched ki gayi Jo Satish Dhawan space center Jo Andhra Pradesh ki sriharikota Mei hei.

PSLV-C41 ke through isse space Mei le jaya gaya.

Why Need?


Yah Satellite IRNSS-11 replace karege Jo IRNSS-1A Jo 2013 Mei space Mei le jayai gaya tha lekin jiske 3 atomic clocks kaam karna band Kar Diya the 2 saal se aur ye Jaruri ho jaata hai ki Isro Jaise pure world Mei Apna naam kama rahi Hein

Phir 2017 Mei bhi ISRO duara ye prayas kiya Gaya ki IRNSS-1H replace Kar dege IRNSS-1A ko lekin phir ashfal ho Gayi.
Lekin aaj 12 April 2018 ko IRNSS -11 se replace ho jayegi Atomic clocks aur ye kaam karne lagegi IRNSS-1A .

Know About IRNSS:

IRNSS Ka pura full form "The Indian Regional Navigation Satellite System hei jisko aap NAVIC bhi kah sakte hei.

Navic ek autonomous regional satellite navigation System hei Jo aapko accurate real time positioning and timing service details deti Hein.

Yeh pura India ke saath saath region extending 1500 tak ho sakti hei aur isko aage aur extend karne ki yojna hei.

Abhi Puri 7 satellites constellation Kar rahi hai aur abhi 2 ko ground stand by rakhiyega Gayi hei

Abhi inme se 3 satellites Jo geostationary orbit Mai aur 4 Ko geosynchronous orbit Mei hei

Advantage:

1. Yeh satellites Sirf land hi nahi,marine aur aerial navigation karne Mei bhi capable hei.

2.  Jo bhi satellites date milegi usko vehicles driver visual and voice navigation Mei bhi assistance help karegi.

3. Ye disaster management ke saath proper  time keeping bhi karegi.

Specifications:

Ye har IRNSS satellites ki tarah yeh bhi payload karegi jisme navigation payload aur ranging payload dono shamil hei



Project Dhoop

Introduction


भारत सरकार के  Consumer Affairs,Food and Public Distribution Ministry के under आने वाले FSSAI ने आज बाल भवन में प्रोजेक्ट Dhoop लांच की जो पुरे देश में mass स्केल पे लागु की जायेगी।

Why Need this Project:


आज इस प्रोजेक्ट की सख्त जरूरत है कि जो बच्चे है उनमें विटामिन डी की कमी बहुत ही ज्यादा दिखी जा रही है जो बहुत ही खतरनाक है और बच्चे की बॉडी की डेवलपमेंट नहीं हो पाती Vitamin डी की कमी से और भी बहुत कारण  है जिसमे Overuse Sunlight, Wearing Cloths जो पूरी तरह से स्क्रीन को cover होना, पुरे दिन रात Ac रूम में काम करना या रहना।

सबसे बड़ी बात ये है कि ना बच्चे और ना ही उनके parents जानते है कि विटामिन डी के कमी होने से क्या बॉडी पर असर हो सकती हैं।

आजकल भारत के बच्चे में कुपोषण की कमी  देखि गयी है उसमे विटामिन डी की कमी की मात्रा भी शामिल रहती हैं ।

Steps:


1. FSSAI के थ्रू बहुत ही Innovativeऔर यूनिक स्टेप सुरु की गयी जिस्मस स्कूल को नून स्कूल में कन्वर्ट करने की योजना बनायी गयी जिसमे बच्चे को भरपुए मात्रा में Sun लाइट मिल सके और इसके साथ  मिल्क और एडिबल आयल को भी शामिल किया गया जिससे विटामिन ए और डी मिल सके ।

2. FSSAI के तरफ से ये कहा गया है कि  Fortified मिल्क एंड Fortified Edible आयल भी मिलता है जो आप आराम  से उपयोग कर सकते हैं।

3. स्कूल को 11  am से 1 pm चलाये जाये तो सूर्य की रौशनी से उन्हें विटामिन डी मिलेगी और और उनका हड्डी भी मजबूत होगी।

4. इस नून समय में सूर्य की सबसे बेस्ट ultraviolet B radiation करती है

5. स्कूल ड्रेस भी ऐसे डिजाईन की जाये जिमसें भरपूर मात्रा में सूर्य की रौशनी बच्चे की बॉडी में जायै

Wednesday, April 11, 2018

India’s first high-speed 12,000 horsepower electric locomotive project launched.

Introduction:

मोदी जी की ड्रीम एम्बिशन मेक इन इंडिया के तहत देश का  पहला High Speed  Electric locomotive बनाने का उद्घाटन किया जो 12000 horse power की जो बिहार के मधेपुरा में बनेगी ।

सबसे पहले ये Locomotive बनने से रेल की विकास की इंजन  तेज़ी से बढ़ेगी ओर ये लॉन्ग टर्म में जाके रेल के साथ देश की आम पैसेंजर को फायदा होगी।

Bullet Points


1. भारत सरकार ने फ्रांस की कंपनी Alstom से एक contract की 11 साल की जिसमे 800 ऐसे locomotive इंजन बनेगी और अभी 5 फ्रांस से  बनके आएगी और 795 इंज़ान मेक इन इंडिया की तहत बनायीं जायेगी

2. इस लोकोमोटिव इंज़ान की एवरेज  cost 25 करोड़ के आसपास पड़ेगी।

3. इस लोकोमोटिव इंज़ान बनने से रेल की स्पीड 110 km/ऑवर हो जायेगी जो गेम चेंजर साबित होगी रेल के विकास के लिये और आम जनता की समय की बचत होगी ।

4. अभी तक इंडिया में 6000 हॉर्स पावर की लोकोमोटिव थी लेकिन अब 12000 हॉर्स पावर बनने से इंडिया russia,चीन,जर्मनी और स्वीडन जैसी देश की लिस्ट में शामिल हो जायेगी ।

5. अभी तक 5 लोकोमोटिव इंज़ान देश के रेलवे ट्रैक पे चल रही और 35 नेक्स्ट ईयर 2019-2020 तक आएगी।

Advantage:

1. रेलवे की ऑपरेटिंग  कोस्ट में कमी आएगी ।
2. देश की आम यात्री को फायदा ये होगी की वो कम समय में अपने स्थान पहुच जाएंगे
और भारत सरकार की पेरिस क्लाइमेट agreement है कि ग्रीन गैस कम करेगे जो निश्चित रूप से कमी आएगी ग्रीन हाउस गैस एमिशन में ।
3.इस locomotive इंजन से  रेलवे की फ्रेट service को फयदा मिलेगी और कोल् और आयरन आसानी से ले जा सकेंगे ।

Tuesday, April 10, 2018

Why Satyagraha se Swachhagraha.

Introduction:


देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के दिल के बहुत करीब Swachh Bharat योजना की एक नयी प्रयोग जो आज मोतिहारी से शूरू हुआ  और जिस प्रयोग का नाम “Satyagraha se Swachhagraha” के नाम से जानी जायेगी। इस प्रयोग का Slogan “ChaloChamparan” से लोगो को जुड़ने  के लिये motivate किया जायेगा।
इस प्रयोग की सबसे खास बात ये हे की मोदी जी सत्याग्रही को अवार्ड भी देगे जो अपने ग्राम में बहुत ही अच्छा काम कर रहे हैं।

History Background:-


देश के राष्ट्रपिता गांधी जी ने 10 अप्रैल 1917 को चंपारण से अँगरेज़ को हटाने के लिये बिगुल फुका था जो चंपारण सत्याग्रह के नाम से जानी जाती हैं। चंपारण के किसान राज कुमार शुक्ला के कहने पर आये थे जो उस समय अँगरेज़ नील किसान के साथ मनमानी ढंग से रकम उसूल रही थी जो किसान के हालात दिन से दिन और बदतर होते जा रहे थे।
आज उसकी 101 साल कम्पलीट होने पर मोदी जी की देश से आहवान है कि 2022 तक एक Swachh Bharat गांधी जी को भेंट दे और जिसमे देश के लोगो का पूरा सहयोग की जरूरत हैं।


Why Swachh Bharat:


आज उसी सत्याग्रह आंदोलन की जरुरत है जो भारत देश के गंदगी से निजात मिले और दुनिया भर की बीमारी से भारत के लोगो को छुटकारा मिले । बहुत से बीमारी है जो सीधे रूप से गंदगी फैलती है और जिसका उपचार वो खुद ही घर के आसपास साफ़ करके कर सकते है।

आज भारत की Image पूरी दुनिया में एक गंदगी देश के नाम से जाना जाता है जो  हर जगह कूड़े और कचरे ही मिलती है , इस Image को भी हमें जल्दी से जल्दी हटानी होगी
देश के 70 साल की आज़ादी में अभी भी ग्रामीण लोग और अर्बन लोग खुले में जाते है टॉयलेट करने के लिये।
अभी भी देश के बहुत से राज्य है जो पूरी तरफ से ODF नहीं हुआ जो अभी भी बहुत कुछ करना बाँकि है
मोदी जी की सरकार ने हाल ही में पूरे देश की school में गर्ल्स की अलग से टोलिएट बनायीं है जो अभी तक नहीं बनी थी और ये सबसे मुख्य कारण था कि बच्चे स्कूल नहो जा रहे थे ।
Union Minister of Drinking Water and Sanitation  तरफ से  invite किये हुऐ सभी  10,000 से अधिक Swachhagrahis  को बिहार में आमंत्रित किया गया है जो जन आंदोलन के रुप में लोगो को Behaviour change कर रहे हैं और एक mass मूवमेंट को आगे बढ़ा  रहे हैं ।

Achievement:

2014  में   देश की sanitation coverage  40 परसेंट थी जो आज 80 परसेंट हो गयी हैं आज जो ग्राम में जो टॉयलेट बन रही रही है या ODF हो रही है वो सोसिओ -इकनोमिक डेवलपमेंट या आप वुमन  एम्पावरमेंट कह सकते हैं  ।

Background:

श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 2 oct 2014 को Swatch भारत योजना कि सुरुरत कि गयी जो अभि तक world का behaviour change campaign है  जिसका मैन मक्सद पुरे देश को ODF घोषणा करना बाकी है 



Ganga Greenery Scheme

Ganga Greenery Scheme
Ganga Greenery Scheme 

Ganga Greenery Scheme 


Introduction:


उत्तर प्रदेश की सरकार ने Ganga Hariteema योजना चलायी है जो Ganga Greenery scheme के नाम से भी जाना जायेगा। ये योजना basically उत्तर  प्रदेश के 27 district में चलायी जायेगी  जो मुख्य रूप से Ganga नदी के किनारे बसे हैं।

Aim :

उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री का लक्ष्य ये है कि गंगा किनारे हरियाली  पेड़ और पौधे लगा के मिट्टी की जो Eroison हो रही है उसको रोका जाये। इस योजना के थ्रू पुरे 1 KM तक  Trees लगाने का मुख्य बातों में शामिल है।
ये 27 जिले के जितने भी लोग  है जो परोक्ष रूप से गंगा से जुड़े हैं या किनारे बसे है उन्हें भी  Tree  Plantation के लिये सहयोग लिया जायेगा जो One Person, One Tree Slogan  के तहत वे अपने निजी land पर भी plantation कर पाए ।

ये योजना उत्तर प्रदेश की फारेस्ट विभाग के तहत की जायेगी और एक हाई पावर कमिटी बना के मुख्यमंत्री जी खुद ही मॉनिटर करेगे और ये 16 सितम्बर 2018 जो Ozone डे की नाम से जानी जाती है उस दिन से लागू की जायेगी।

Conclusion:

ये योजना इतनी Important  है कि Ganga नदी के किनारे बहुत ही  ज्यादा Land  Eroison, Infrastructure डेवलपमेंट, Residential एरिया के बन जाने  के कारण नदी का Eroison इतनी हो गयी है कि हर साल बाढ़ आ जाती है जो बहुत ही ज्यादा जान माल की loss होती और राज्य सरकार के ख़ज़ाने पर भी असर पड़ती है इसलिए ये योजना युद्ध स्तर पर लागू की जानी चाहिये।

Monday, April 9, 2018

Gobar-dhan scheme for Modi sarkar

Gobar-dhan scheme for Modi sarkar

भारत सरकार हर साल की तरह 2018 के यूनियन बजट में ग्रामीण भारत के विकास के लिये एक इम्पोर्टेन्ट योजना की  घोषणा की थी जो गोबर धन योजना  की नाम से जानी जायेगी जो हरियाणा राज्य के करनाल में अप्रैल महीने से शूरू हो जायेगी। गोबर का acronym फ़ॉर Galvanizing Organic  bio agro resources..
इस योजना के तहत देश के 700 जिला में लागू की जायेगी जो 2018-2019 तक कम्पलीट करने का लक्ष्य रखा गया हैं जिसमे ग्राम पंचायत को ड्राइविंग सीट पे रखी गयी हैं ।

     Name of the Scheme: Gobar-Dhan Yojana
     Announced: Union Budget 2018-2019
     Announced By: Shri Arun Jaitley
     Target People- Rural India


इस योजना से ग्रामीण परिवेश में  मूलभूत चेंज आ सकती है जो आगे चलकर  गेम changer साबित हो सकती है लेकिन अब देखना ये है कि किस किस दिशा में हेल्पफुल हो सकती है  ।

1.  सबसे पहले कैटल से जो गोबर निकलेगी उसको बायो फवर्टिलिज़ेर में परिवर्तन किया जायेगा और इस डुंग फ्यूल का उपयोग  बायो फ़र्टिलाइज़र में उपयोग की जायेगी जो ग्रामीण लोगो को खाने बनाने वाले स्टोव में फ्यूल के रूप में Use की जायेगी। इस फ्यूल को आप सब्सिडी के रूप में LNG aur CNG के रूप में भी आप उपयोग कर सकते हैं  ।

2.  इस योजना के थ्रू सरकार का लक्ष्य रहेगा की ग्राम में जो भी लोग वो बहार न  जाये Toilet के लिये । उन्हें बताना पड़ेगे की Hygiene फैक्टर की बात है और ग्राम परिवेश की सिचुएशन इम्प्रूव होगी  ।

3. अभी तक जो ग्रामीण लोग की आय सिर्फ खेती पे रहती थी अब इस योजना के थ्रू कैटल के सॉलिड वेस्ट से बायो फ़र्टिलाइज़र बना के वो बेच भी सकते हैं ।

4. इस योजना के दुआरा देश के 700 जिला की सीधे रुप् से बुनियादी सुबिधा बहाल होगी  जिससे वहाँ विकास की नयी नीब डाली जायेगी ।

5. इस योजना के थ्रू सरकार की तरफ से किसानों को कम्पोस्ट प्लांट खुद ही लगाने की ट्रेनिंग दी जायेगी
इस योजना की थ्रू सरकार का मकसद ये है कि ग्रामीण भारत की infrastructure की डेवेलोप करके देश की जीडीपी को भी बढ़ाया जाये

6. देश के किसान और लोग इस परियोजना से बायो गैस उत्पन करके खुद के घर को रौशनी करके अपने बिजली बिल को कम कर सकते है और बेच भी सकते है क्योंकि सरप्लस Dungउपलब्ध होने के कारण किसान लोग बायोगैस उत्पन कर सकते है।

7. देश के जो बड़े कॉर्पोरेट लोग है उनको invite करके हम बता सकते हैं की सबसे Cheap फ्यूल है बायोगैस और और आप इसमें इंवर्स्ट कीजिये जिससे लोगो को रोज़गार मिलेगी।

8. भारत के प्रधानमंत्री का लक्ष्य है कि देश की 2022 तक क्लीन इंडिया के रूप में गांधी जी को देना । इस योजना के  थ्रू  जो ग्राम में Waste पड़ी रहती है इसको एक Generate इनकम के रुप्प में देख सकते है ।

9. भारत का दुनिया भर में हसबेंडरी में पहला स्थान है क्यों न हम इस योजना के थ्रू जितने भी कैटल के जो  भी waste है उनको Bio-fertilizer या बायोगैस में कन्वर्ट करके  लोग के जीवन को change कर सकते हैं ।

Ayushman Bharat Scheme

Introduction भारत सरकार के हर साल की budjet की तरह 2018 के budjet में 10 करोड़ से ज्यादा हमारे  देश की सबसे निचली पायदान पे खड़े लोग की कम...